Length cannot be less than zero. Parameter name: lengthIncorrect syntax near ')'. Latest News, India News, Breaking News, Bollywood, Sports : TodayIndya

Latest News

  • Home
  • Spiritual
  • एक बुजुर्ग औरत मर गई, यमराज लेने आये।
एक बुजुर्ग औरत मर गई, यमराज लेने आये।
Thursday, May 16, 2019 IST
एक बुजुर्ग औरत मर गई, यमराज लेने आये।

औरत ने यमराज से पूछा, आप मुझे स्वर्ग ले जायेगें या नरक।
 
यमराज बोले दोनों में से कहीं नहीं।
 
तुमनें इस जन्म में बहुत ही अच्छे कर्म किये हैं, इसलिये मैं तुम्हें सिधे प्रभु के धाम ले जा रहा हूं।
 
बुजुर्ग औरत खुश हो गई, बोली धन्यवाद, पर मेरी आपसे एक विनती है।
 
मैनें यहां धरती पर सबसे बहुत स्वर्ग - नरक के बारे में सुना है मैं एक बार इन दोनों जगाहो को देखना चाहती हूं।
 
यमराज बोले तुम्हारे कर्म अच्छे हैं, इसलिये मैं तुम्हारी ये इच्छा पूरी करता हूं।

 
 

चलो हम स्वर्ग और नरक के रसते से होते हुए प्रभु के धाम चलेगें।
 
दोनों चल पडें, सबसे पहले नरक आया।
 
नरक में बुजुर्ग औरत ने जो़र जो़र से लोगो के रोने कि आवाज़ सुनी।
 
वहां नरक में सभी लोग दुबले पतले और बीमार दिखाई दे रहे थे।
 
औरत ने एक आदमी से पूछा यहां आप सब लोगों कि ऐसी हालत क्यों है।
 
आदमी बोला तो और कैसी हालत होगी, मरने के बाद जबसे यहां आये हैं, हमने एक दिन भी खाना नहीं खाया।
 
भूख से हमारी आतमायें तड़प रही हैं
 
बुजुर्ग औरत कि नज़र एक वीशाल पतिले पर पडी़, जो कि लोगों के कद से करीब 300 फूट ऊंचा होगा, उस पतिले के ऊपर एक वीशाल चम्मच लटका हुआ था।
 
उस पतिले में से बहुत ही शानदार खुशबु आ रही थी।
 
बुजुर्ग औरत ने उस आदमी से पूछा इस पतिले में कया है।
 
आदमी मायूस होकर बोला ये पतिला बहुत ही स्वादीशट खीर से हर समय भरा रहता है।
 
बुजुर्ग औरत ने हैरानी से पूछा, इसमें खीर है
 
तो आप लोग पेट भरके ये खीर खाते क्यों नहीं, भूख से क्यों तड़प रहें हैं।
 
आदमी रो रो कर बोलने लगा, कैसे खायें
 
ये पतिला 300 फीट ऊंचा है हममें से कोई भी उस पतिले तक नहीं पहुँच पाता।
 
बुजुर्ग औरत को उन पर तरस आ गया
सोचने लगी बेचारे, खीर का पतिला होते हुए भी भूख से बेहाल हैं।
 
शायद ईश्वर नें इन्हें ये ही दंड दिया होगा
 
यमराज बुजुर्ग औरत से बोले चलो हमें देर हो रही है।
 
दोनों चल पडे़, कुछ दूर चलने पर स्वरग आया।
 
वहां पर बुजुर्ग औरत को सबकी हंसने,खिलखिलाने कि आवाज़ सुनाई दी।
 
सब लोग बहुत खुश दिखाई दे रहे थे।
उनको खुश देखकर बुजुर्ग औरत भी बहुत खुश हो गई।
 
पर वहां स्वरग में भी बुजुर्ग औरत कि नज़र वैसे ही 300 फूट उचें पतिले पर पडी़ जैसा नरक में था, उसके ऊपर भी वैसा ही चम्मच लटका हुआ था।
 
बुजुर्ग औरत ने वहां लोगो से पूछा इस पतिले में कया है।
 
स्वर्ग के लोग बोले के इसमें बहुत टेस्टी खीर है।
 
बुजुर्ग औरत हैरान हो गई
 
उनसे बोली पर ये पतिला तो 300 फीट ऊंचा है
 
आप लोग तो इस तक पहुँच ही नहीं पाते होगें
 
उस हिसाब से तो आप लोगों को खाना मिलता ही नहीं होगा, आप लोग भूख से बेहाल होगें
 
पर मुझे तो आप सभी इतने खुश लग रहे हो, ऐसे कैसे
 
लोग बोले हम तो सभी लोग इस पतिले में से पेट भर के खीर खाते हैं
 
औरत बोली पर कैसे,पतिला तो बहुत ऊंचा है।
 
लोग बोले तो क्या हो गया पतिला ऊंचा है तो
 
यहां पर कितने सारे पेड़ हैं, ईश्वर ने ये पेड़ पौधे, नदी, झरने हम मनुष्यों के उपयोग के लिये तो बनाईं हैं
 
हमनें इन पेडो़ कि लकडी़ ली, उसको काटा, फिर लकड़ीयों के तुकडो़ को जोड़ के वीशाल सिढी़ का निर्माण किया
 
उस लकडी़ की सिढी़ के सहारे हम पतिले तक पहुंचते हैं
 
और सब मिलकर खीर का आंनद लेते हैं
 
बुजुर्ग औरत यमराज कि तरफ देखने लगी 
 
यमराज मुसकाये बोले
 
ईशवर ने स्वर्ग और नरक मनुष्यों के हाथों में ही सौंप रखा है,चाहें तो अपने लिये नरक बना लें, चाहे तो अपने लिये स्वरग, ईशवर ने सबको एक समान हालातो में डाला हैं
 
 

 
 

उसके लिए उसके सभी बच्चें एक समान हैं, वो किसी से भेदभाव नहीं करता
 
वहां नरक में भी पेेड़ पौधे सब थे, पर वो लोग खुद ही आलसी हैं, उन्हें खीर हाथ में चाहीये,वो कोई कर्म नहीं करना चाहते, कोई मेहनत नहीं करना चाहते, इसलिये भूख से बेहाल हैं
 
कयोकिं ये ही तो ईश्वर कि बनाई इस दुनिया का नियम है,जो कर्म करेगा, मेहनत करेगा, उसी को मीठा फल खाने को मिलेगा
 
दोस्तों ये ही आज का सुविचार है, स्वरग और नरक आपके हाथ में है
मेहनत करें, अच्छे कर्म करें और अपने जीवन को स्वरग बनाएं।
 
आप सबका दिन शुभ हो
 
और हां, ये पोस्ट अगर आपको ज़रा सी भी पसंद आई हो तो आगे शेयर करना मत भुलियेगा।
 
Jai Shri Radhey Krishna Ji

 
 

Source :

 
 
 

Related Topics

 
 
 

Trending News & Articles

 

More in Spiritual

 
 
 

   Prashnavali

  Thought of the Day

“Nothing can harm you as much as your own thoughts unguarded.”
Anonymous

Be the first one to comment on this story

Close
Post Comment
Shibu Chandran
2 hours ago

Serving political interests in another person's illness is the lowest form of human value. A 70+ y old lady has cancer.

November 28, 2016 05:00 IST
Shibu Chandran
2 hours ago

Serving political interests in another person's illness is the lowest form of human value. A 70+ y old lady has cancer.

November 28, 2016 05:00 IST
Shibu Chandran
2 hours ago

Serving political interests in another person's illness is the lowest form of human value. A 70+ y old lady has cancer.

November 28, 2016 05:00 IST
Shibu Chandran
2 hours ago

Serving political interests in another person's illness is the lowest form of human value. A 70+ y old lady has cancer.

November 28, 2016 05:00 IST


ads
Back To Top